Monday, June 22, 2015

हर बार की तरह ( मुंबई पानी पानी )






हर बार की तरह ( मुंबई पानी पानी )



हर बार की तरह 
इस बार भी इंद्र देव 
मुंबई पर कुछ ज्यादा ही मेहरबान हो गए 
जीब जंतु पशु पक्षी की प्यास 
लम्बे अंतराल के बाद शांत हो गयी 
तालाब पोखर झील फूल कर 
अपने भाग्य पर इतराने लगे 
मुंबई बालों को पाने पीने के लिए
अब कटौती नहीं सहन करनी पड़ेगी 
हर बार की तरह 
इस बार भी लोगो को परेशानी झेलनी पड़ी 
कुछ लोग ट्रेन  और रस्ते में फँस  गए 
मुंबई के कुछ आधुनिक इलाकें 
हिंदमाता , अंधेरी ,दादर ,परेल , कुर्ला
हर बार की तरह इस बार भी पानी में डूबने लगे 
हर बार की तरह में उस दिन 
मीडिया बाले चर्चा करके 
टी आर पी बटोरने लगे 
हर बार की तरह इस बार भी 
जो लोग घर पर रहे चटकारे लेकर 
ख़बरों का आनंद लेने लगे कि बो बच गए परेशानी से 
हर बार की तरह इस बार भी 
बी एम सी के लोग 
अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ने की  कोशिश करते दिखे
आमची मुंबई के लोग भी 
हर बार की तरह परेशान दिखे 
करते  तो क्या करते
स्थानीय लोगों की पार्टी  का ही कब्ज़ा  है
बी एम  सी पर 
काफी समय से 
नाराज हों बो भी अपनों से 
चलो इस बार कुछ नहीं बोलते हैं 
शायद अगले साल 
कुछ सुधार देखने को मिले 
अगले दिनों का इन्तजार करने लगें 

मदन मोहन सक्सेना